नई दिल्ली : Reliance कोंपानीने september2016 देश में JIO 4G लंच कीआथा , जब की उसके साथ ओर एक प्लान भी दियाथा अनलिमिटेड डाटा के साथ अनलिमिटेड कलिंग । धीरे धीरे जियो ने उसके बाज़ार मे नाम करलिया ।अब फिरसे जियो ने मार्केट मे जल्दी अपनी 5G की प्लान भी लंच करने जाराहा हे । जियो की इस नई प्लानिंग को पुश करने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अमेरिका की दूरसंचार समाधान कंपनी रैडिसिस (Radisys) के साथ अधिग्रहण का समझौता किया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज जल्द ही रैडिसिस की पूरी हिस्सेदारी खरीदेगी. रिलायंस इंडस्ट्री की तरफ से शेयर बाजार में यह जानकारी दी गई है. रिलायंस इंडस्ट्री की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक ओपन टेलीकॉम प्लेटफॉर्म सॉल्यूशंस में रैडिसिस ग्लोबल लीडर है. इस समझौते का मकसद जियो को भविष्य में 5 जी और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी सुविधाओं के लिए तैयार करना है.
दोनों कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में इस करार की जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक, कंपनी का यह सौदा पूरी तरह कैश मार्केट यानी नकद ट्रांजैक्शन से होगा. करीब 7.4 करोड़ डॉलर में डील होने की संभावना है. शेयर बाजार को दी गई जानकारी के मुताबिक, रैडिसिस में 100 फीसदी हिस्सेदारी 1.72 डॉलर प्रति शेयर की दर से खरीदी जाएगी. रिलायंस जियो के निदेशक और मुकेश अंबानी के बड़े पुत्र आकाश अंबानी ने इस डील पर कहा है कि इस अधिग्रहण से रिलायंस जियो को 5G और IoT में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी.
रैडिसिस दूरसंचार समाधान प्रदान करने वाली दुनिया की प्रमुख कंपनियों में से एक है. रिलायंस ने इसे खरीदने के लिए एक प्रतिबद्ध समझौता किया है. रिलायंस इंडस्ट्री की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस डील के लिए अब नियामक मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है और 2018 की चौथी तिमाही तक इसके पूरा होने की उम्मीद है. रिलायंस जियो की तरफ से कहा गया है कि इस डील से मैनेजमेंट और इंजिनियरिंग टीम मजबूत होगी और अन्वेषण में मदद मिलेगी. रैडिसिसि की तरफ से कहा गया है कि कंपनी की टीम स्वतंत्र तरीके से काम करती रहेगी.