स्वदेश विचार-नईदिल्ली(२२/८) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक सितंबर को बहुप्रतिक्षित ‘इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) की शुरुआत करेंगे. देश के प्रत्येक जिले में इस बैंक की कम से कम एक शाखा अवश्य होगी. इससे ग्रामीण क्षेत्र में वित्तीय सेवाओं पर ज्यादा ध्यान दिया जा सकेगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की शुरुआत एक सितंबर को होनी तय हुई है. प्रधानमंत्री इसकी शुरुआत करेंगे.
बैंक खाता धारकों को मिलेंगी ये 5 सुविधाएं
1- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन और उसके बाद घोषित सात दिन के राष्ट्रीय शोक के कारण इस बैंक की शुरुआत को आगे टाल दिया गया था. इससे पहले बैंक का उद्घाटन 21 अगस्त को होना था.
2- आईपीपीबी को देशभर में 1.55 लाख डाकघरों तक उसकी पहुंच का फायदा मिलेगा. इनके जरिये ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग और वित्तीय सेवायें पहुंच सकेंगी. अधिकारी ने कहा, ‘‘सरकार इस साल के अंत तक सरकार 1.55 लाख डाक घर शाखाओं को आईपीपीबी सेवा के साथ जोड़ने का प्रयास कर रही है.’’
3- इससे देश का सीधे ग्रामीण स्तर तक पहुंच रखने वाला सबसे बड़ा बैंकिंग नेटवर्क खड़ा हो जाएगा. आईपीपीबी के सीईओ सुरेश सेठी ने इससे पहले कहा है कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक 650 शाखाओं के साथ जल्द ही अस्तित्व में आएगा. इसके अलावा देशभर में 3,250 डाकघरों के माध्यम से भी बैंक की सेवाए प्राप्त की जा सकेंगी.
4- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के इन डाकघरों के 11,000 के करीब पोस्टमैन सीधे दरवाजे पर बैंकिंग सेवाएं देने के लिए उपलब्ध होंगे. आईपीपीबी को 17 करोड़ पोस्टल सेविंग्स बैंक खातों को अपने साथ जोड़ने की अनुमति दी गई है.
5- आईपीपीबी के काम शुरू करने के बाद ग्रामीण इलाकों में लोगों को डिजिटल बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं की सुविधा मिलने लगेगी. वह किसी भी बैंक खाते में धन हस्तांतरित कर सकेंगे. यह काम वह मोबाइल एप अथवा डाकघर में जाकर कर सकेंगे.