बॉलिवुड ऐक्टर और अब राजनीति में सक्रिय शत्रुघ्न सिन्हा ने हाल ही में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में हुए विवाद पर दुख जताते हुए उसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। बता दें कि जब विजेता राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पाने राष्ट्रपति भवन पहुंचे, तो उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों अवॉर्ड नहीं मिला, जिससे वह नाराज हो गए। इस पुरस्कार समारोह में विभिन्न श्रेणियों में कुल 131 विजेताओं को सम्मानित किया जाना था, लेकिन गुरुवार को इनमें से 78 हस्तियां ही पहुंचीं। 53 विजेता अपना पुरस्कार लेने नहीं पहुंचे। ऐसा उन्होंने राष्ट्रपति के बजाय सूचना व प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी के हाथों पुरस्कार दिए जाने के विरोध में किया।
इस पर शत्रुघ्न सिन्हा ने समारोह में राष्ट्रपति की सीमित उपस्थिति के कारण समारोह का बहिष्कार करने वाले पुरस्कार विजेताओं का दर्द साझा किया है। सिन्हा ने कहा, ‘जो भी हुआ, बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था और इसे टाला जा सकता था। मैं राष्ट्रपति को व्यक्तिगत रूप से जानता हूं। वह बिहार के राज्यपाल हुआ करते थे और एक अच्छे इंसान हैं। मैं आश्वस्त हूं कि उनका उद्देश्य किसी को दुखी करने का नहीं था। दुर्भाग्यवश, गलतफहमी के कारण कई लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची। यह नहीं होना चाहिए था। देश के कलाकार राष्ट्रीय गर्व हैं। आप उन्हें राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कृत करने के लिए आमंत्रित कर किसी और के हाथों से पुरस्कार वितरण नहीं करा सकते।’