नई दिल्ली (जागरण स्पेशल)। उपचुनावों के नतीजे इस बार भी हमेशा की तरह भाजपा के लिए खुशी देने वाले नहीं हैं। खासकर यूपी के कैराना में विपक्षी एकता ने भाजपा को पटखनी देने में सफलता पाई है। हालांकि, उत्तराखंड और महाराष्ट्र के पालघर में जरूर भाजपा की जीत हुई है।
2014 में सत्ता में आने के बाद से भाजपा के उपचुनावों के सफर पर नजर डालें तो पार्टी को बहुत सफलता नहीं मिली है। अभी तक हुए उपचुनावों में भाजपा ने 23 में से सिर्फ 4 ही सीटें जीती हैं। हालांकि इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता कि भाजपा को उपचुनाव में तो हार मिलती है लेकिन मुख्य चुनाव में जीत जाती है। तभी तो इस वक्त करीब-करीब पूरे भारत पर भाजपा औऱ उसके सहयोगी दलों का राज है।
यूपी में तीसरा झटका
भाजपा को यूपी में ये तीसरी बार झटका लगा है। इससे पहले गोरखपुर औऱ फूलपुर के उपचुनाव में भाजपा दोनों सीट हार गई थी। कैराना भाजपा के लिए तीसरा झटका है। कैराना का चुनाव इसीलिए भी अहम माना जा रहा था क्योंकि यहां विपक्षी पार्टियों ने भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ा।