स्वदेश विचार-नईदिल्ली(१५/८) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत अगले तीन दशक तक वैश्विक अर्थव्यवस्था का इंजन होगा क्योंकि जीएसटी जैसे सुधारों से ‘सोया हुआ हाथी’ अब जाग चुका और दौड़ने लगा है. भारत की गिनती आज दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में हो रही है. मोदी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आज लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए पिछले चार साल की अपनी सरकार की सुधारों की गति को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि भारत को जहां पहले कमजोर और जोखिमपूर्ण अर्थव्यवस्था माना जाता था, अब वह तीव्र वृद्धि के साथ आगे बढ़ने वाला देश बन गया है.
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भारत को नीतिगत निर्णय नहीं लेने और देरी से कदम उठाने वाला देश माना जाता था लेकिन आज दुनिया इसे अरबों डालर के निवेश वाले आकर्षक गंतव्य के रूप में रूप में देख रही है. स्थिति पूरी तरह बदल गयी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज सरकार का लक्ष्य, ‘‘सुधार, प्रदर्शन और रूपांतरण करना है.’’ उन्होंने कहा कि देश में अब लाल फीताशाही की जगह लाल कालीन ने ले ली है, इससे भारत की कारोबार सुगमता में रैंकिंग बेहतर हुई है.
भारत अब दुनिया में छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. ‘‘अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं अब कह रही हैं कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था को अगले तीन दशक तक गति देगा. भारत दुनिया की वृद्धि का इंजन होगा.’’ अपने संबोधन में उन्होंने माल एवं सेवा कर (जीएसटी), दिवाला एवं ऋण शोधन कानून तथा बेनामी संपत्ति कानून का जिक्र किया जिससे अर्थव्यवस्था की कायपलट में मदद मिली है.
मोदी ने 82 मिनट के अपने भाषण में कहा कि 2014 से पहले अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के बारे में संस्थानों और विशेषज्ञों के बीच चर्चा का विषय बाधाएं होती थी लेकिन ‘‘आज वे कह रहे हैं कि सोया हुआ हाथी जग गया है और दौड़ने लगा है. आज वहीं संस्थान और लोग कह रहे हैं कि सुधारों की गति से आर्थिक बुनियाद मजबूत हुई है.’’ प्रधानमंत्री ने यह बात स्पष्ट तौर पर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के बयान के संदर्भ में कही है. पिछले सप्ताह आईएमएफ ने कहा था कि भारत दुनिया में तीव्र आर्थिक वृद्धि वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है क्योंकि जो सुधार किये गये, उसका असर दिखने लगा है.