स्वदेश विचार -नईदिल्ली(२९/८) : भारत 2022 तक एक महिला और दो पुरुषों को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रूपरेखा भी तैयार कर ली है. यह भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियान होगा. गगनयान नाम से शुरू होने वाले अंतरिक्ष अभियान में तीनों ही भारतीय अंतरिक्ष यात्री एक सप्ताह तक अंतरिक्ष में रहेंगे. मंगलवार को यह जानकारी अंतरिक्ष एवं परमाणु ऊर्जा राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह और इसरो के चेयरमैन के शिवन ने दी. बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को इस अभियान की घोषणा की थी.
इसरो के चेयरमैन के शिवन ने बताया कि तीनों अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में करीब सात दिनों तक रहेंगे. इसके बाद चालक दल तीनों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर गगनयान के जरिये अरब सागर, बंगाल की खाड़ी या जमीन के किसी हिस्से पर उतर सकता है. उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ से छह महीने पहले ही हासिल कर ली जाएगी.
इसरो के मुताबिक सात टन वजनी, सात मीटर ऊंचे और करीब चार मीटर के व्यास की गोलाई वाले गगनयान को जीएसएलवी एमके3 के जरिये अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया जाएगा. प्रक्षेपित करने के बाद यह 16 मिनट में कक्षा में पहुंच जाएगा. गगनयान को पृथ्वी की सतह से 300-400 किमी की दूरी वाली कक्षा में स्थापित किया जाएगा.
इसरो चेयरमैन ने कहा ‘हमने इस अभियान के लिए पूरे देश के विशेषज्ञों से समीक्षा करवाई और उनके विचार जाने. उन सभी ने हमारे कार्य की सराहना की और कहा कि यह इसरो के लिए अब तक का सबसे जटिल अभियान है.’